ईयू रूस के खिलाफ नये प्रतिबंध लगाने को सहमत
ईयू (यूरोपीय संघ) पूर्वी यूक्रेन में विद्रोहियों का समर्थन करने को लेकर रूस की तेल कंपनियों, बैंकों तथा रक्षा क्षेत्र की कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने पर सहमत हो गया है.
यूरोपीय संघ रूस पर प्रतिबंध लगाने को सहमत |
रूस के खिलाफ की गई अब तक की सबसे कड़ी अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई है.
सूत्रों ने बताया कि 28 सदस्यीय यूरोपीय संघ के राजदूत तेल तथा रक्षा क्षेत्र में काम आने वाले उपकरणों के व्यापार पर प्रतिबंध लगाने पर सहमत हो गए है. उन्होंने बताया कि रूसी बैंकों को यूरोपीय पूंजी बाजार से पैसा जुटाने से रोका जाएगा.
इससे पहले यूरोपीय संघ ने यूक्रेन के खिलाफ गतिविधियों में लिप्त लोगों तथा संगठनों पर ही प्रतिबंध लगाए थे.
यूरोपीय संघ ने रूस पर अब तक की सबसे कडी कार्रवाई करते हुए उसकी तेल कंपनियों. बैंकों और सेना फर्मों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है.
सूत्रों के अनुसार इन प्रतिबंधों को लेकर यूरोपीय संघ के नेताओं की अमेरिका से भी बात हुई है जिसके बाद उम्मीद लगाई जा रही है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन पर दबाव बनाया जा सकेगा और यूक्रेन की सीमा में घुसने तथा उसे बाधित करने के रूस के प्रयासों को रोका जा सकेगा. हालांकि श्री पुतिन ने पीछे हटने के कोई संकेत नहीं दिए हैं. उन्होंने पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन को 'न्यू रूस' का नाम दिया है.
मलेशियाई विमान एमएच-17 के गिराए जाने के बाद पश्चिमी देशों का मानना है कि रूस अलगाववादियों का समर्थन कर रहा है तथा सीमा पार से भारी हथियार उन्हें उपलब्ध करा रहा है. हालांकि रूस ने ऐसे आरोपों का खंडन किया है.
दूसरी ओर मंगलवार को सरकारी सैनिकों तथा रूस समर्थित अलगाववादियों के बीच मुठभेड में दर्जनों नागरिक, सैनिक और अलगवावादी मारे गए. इसके साथ दोनेत्सक शहर में गोलाबारी भी की गई. हालांकि यूक्रेन की सेना ने अलगाववादियों को वापिस खदेड़ने के लिये मोर्चा संभाले हुए है.
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