तमाम कोशिशों के बावजूद इजरायल ने गाजा पर बमबारी की

Last Updated 22 Jul 2014 09:45:12 PM IST

इजरायल ने मंगलवार को गाजा में कई मस्जिदों पर बमबारी की जबकि 15 दिन से चल रहे संघर्ष को खत्म करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कोशिशें तेज हो गई हैं.


गाजा पर बमबारी जारी(फाइल)

इस संघर्ष में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 604 हो गई है जबकि 29 इजरायली भी मारे गए हैं.
     
मारे जाने वाले लोगों की संख्या बढ़ने के बीच अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से बैर खत्म करने को कहा है जिसने बच्चों सहित नागरिकों की जान ली है.
     
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून संघर्ष विराम कराने के प्रयासों के तहत मिस्र में हैं.
     
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने पिछले 24 घंटों में गाजा पट्टी में करीब 190 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है.
     
हालांकि, इजरायली न्याय मंत्री त्जीपी लिवनी ने आईडीएफ के अपना अभियान खत्म करने तक किसी संघर्ष विराम की संभावना से इनकार किया है. इस अभियान का लक्ष्य सीमा पार हमलों के लिए चरमपंथियों की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले सुरंगों को नष्ट करना है.
     
फलस्तीनी अधिकारियों ने बताया कि कई मस्जिदें, एक फुटबॉल स्टेडियम और एक अस्पताल हमले में नष्ट हो गए.

इजरायल ने हवाई हमले करने के कुछ दिन बाद इजरायली कस्बों में चरमपंथियों के रॉकेट दागे जाने पर गाजा में जमीनी कार्रवाई शुरू की.
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इजरायल ने कहा है कि हमास के सुरंगों के जाल को निशाना बनाने के लिए यह कदम उठाना आवश्यक था. इन सुरंगों का इस्तेमाल आतंकवादी इजरायल में घुसने और हमले करने के लिए करते हैं.
     
लिवनी ने कहा कि सबसे पहले, जब तक हम सुरंग परियोजना को सचमुच में खत्म नहीं कर देते तब तक यह नहीं होगा. इन सुरंगों को सामरिक उद्देश्यों को लेकर बनाया गया था.  
     
फलस्तीनी स्वास्थ्य सूत्रों ने बताया कि गाजा में एक अस्पताल पर हुए हमले में कम से कम पांच लोग मारे गए और 70 अन्य घायल हो गए. हमले में कई चिकित्सक भी घायल हो गए.
     
आईडीएफ ने कहा है कि इसने अस्पताल के पास मौजूद टैंक भेदी मिसाइलों के एक जखीरे को भी निशाना बनाया.
     
गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि दो फलस्तीनी परिवारों के 30 से अधिक सदस्य भी सोमवार रात इजरायली हमलों में मारे गए.
     
आईडीएफ ने मंगलवार को घोषणा की कि सोमवार को नौ सैनिक मारे गए जिससे अब तक कुल 27 इजरायली सैनिक मारे गए हैं जबकि दो इजरायली नागरिक भी मारे गए हैं.
     
गाजा में लापता बताए जा रहे आईडीएफ के सैनिक को मृत घोषित कर दिया गया है. हालांकि उसका शव अभी तक नहीं मिला है.
     
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि 8 जुलाई को इजरायल के अपना ‘ऑपरेशन प्रोटेक्टिव एैज’ शुरू किए जाने के बाद से अभी तक 604 फलस्तीनी मारे गए हैं और 3,700 से अधिक घायल हुए हैं.
     
हालांकि, यह अस्पष्ट है कि मारे गए लोगों में चरमपंथी कितने हैं, लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने अनुमान लगाया है कि 70 से 80 प्रतिशत नागरिक हैं, जिनमें कम से कम 120 बच्चे हैं.
     
इजरायल ने कहा है कि इसके रक्षा बलों ने 180 से अधिक चरमपंथियों को मार गिराया है.
     
गाजा में काम कर रही संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने कहा है कि एक लाख से अधिक गाजा निवासी अब विस्थापित हो गए हैं और उन्हें शरण मुहैया करने की मांग की है.
     
आईडीएफ ने एक बयान में कहा है कि गाजा में मकानों, अस्पतालों और मस्जिदों में सिलसिलेवार तरीके से विस्फोट होने से नागरिक हताहत हुए हैं.
     
इसमें कहा गया है कि सोमवार को करीब 131 रॉकेट और मोर्टार दागे गए, जिनमें से 108 इजरायल में गिरे, जबकि 17 को बीच में ही नष्ट कर दिया गया.
     
अल जजीरा ने दावा किया है कि गाजा स्थित इसका ब्यूरो कार्यालय और अन्य प्रेस केंद्र पर हमला हुआ है हालांकि इजरायल ने इस आरोप से इनकार किया है.

इस बीच, सूत्रों ने दावा किया है कि हमास नेता खालिद मशाल के इस घोषणा के लिए काहिरा पहुंचने की उम्मीद है. \"\"
     
मशाल ने संघर्ष विराम पर फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ सोमवार को चर्चा की जो मौजूदा दौर का संघर्ष शुरू होने के बाद से अपने तरह की प्रथम बैठक थी.

समझा जा रहा है अब्बास ने इस बात पर जोर दिया है कि सभी पक्ष मिस्र की ओर से संघर्ष विराम की ताजा कोशिशों का पालन करें, जिसे इजरायल ने स्वीकार कर लिया था लेकिन हमास ने खारिज कर दिया.
     
उधर, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामीन नेतनयाहू ने सीएनएन से कहा कि यदि यह ‘स्थायी शांति’ लाती है तभी कोई संघर्ष विराम हो सकता है.
     
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी भी संघर्ष विराम कराने के लिए काहिरा में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून के साथ वार्ता कर रहे हैं.    
     
इस बीच, तेल अवीव में और अधिक सायरनों की आवाज सुनाई दी क्योंकि गाजा से हमास की ओर से दागे गए रॉकेटों ने इजरायली कस्बों और शहरों को निशाना बनाया.  
     
इसके बदले, आईडीएफ ने कहा है कि इसने गाजा में 3,000 से अधिक आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है जिनमें सुरंग और हथियार भंडार तथा विनिर्माण इकाइयां भी शामिल हैं.



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