चीन में एक बच्चा नीति में ढील
चीन ‘एक ही बच्चा’ की दशकों पुरानी नीति को खत्म करने की दिशा में लगातार बढ़ रहा है.
चीन में एक बच्चा नीति में ढील |
दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले इस देश के 31 में से 29 प्रांतों में अब दो बच्चों की इजाजत दी जा रही है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आयोग के एक अधिकारी यांग वेनझुआंग ने बताया कि पूर्वी चीन के झेजियांग प्रांत ने इस साल 17 जनवरी को पहल की. यांग ने कहा कि शिन्जियांग और तिब्बत ने अभी इसमें कोई कदम नहीं उठाया है.
पिछले साल चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने एक बड़ा फैसला करते हुए इस कानून में ढिलाई दे दी क्योंकि यह अंदेशा जताया जा रहा था कि इससे आबादी का संकट पैदा हो रहा है औद बुढ़े लोगों की बढ़ती आबादी के चलते उसका श्रमिक बल घट जाएगा. चीन की कम्युनिस्ट पाटी के इस फैसले के बाद प्रांतों ने ‘एक ही बच्चा’ नीति में ढिलाई दे दी.
चीन ने 1970 दशक के अंत में आबादी के तेज विस्तार पर अंकुश लगाने के लिए ‘एक ही बच्चा’ नीति लागू की थी. माना जाता है कि इस नीति के लागू होने के बाद से यहां 40 करोड़ बच्चों की पैदाइश रोकी गई.
संवाद समिति शिन्हुआ के अनुसार पिछले साल की एक आधिकारिक रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन में 60 साल की उम्र से ज्यादा के 18.5 करोड़ लोग हैं जो आबादी के कुल 13.7 प्रतिशत हैं.
उम्मीद की जा रही है कि 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की यह तादाद 2015 तक बढ़ कर 22.1 करोड़ हो जाएगी. इनमें 5.1 करोड़ उम्रदराज लोग शामिल होंगे जिनके बच्चे उनके साथ नहीं रहते. सरकार को ऐसे उम्रदराज लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा प्रबंधन में सुधार करना होगा और इसके लिए एक बड़ी रकम दरकार होगी.
बहरहाल, अगर यह रूझान बना रहा तो 2050 तक आबादी की एक चौथाई 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की होगी. यांग ने बताया कि इस साल मई के अंत तक तकरीबन 2,71,600 दंपतियों ने दूसरे बच्चे के लिए इजाजत मांगी थी और उनमें से 2,41,300 को इजाजत दे दी गई थी.
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