इजरायल ने कहा अमेरिकी फोन टैपिंग अस्वीकार्य
अमेरिका की एक जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे इजरायली जासूस जोनाथन पोलार्ड की रिहाई की एक बार फिर मांग किए जाने के बीच इजरायल ने अपने देश के प्रधानमंत्री की अमेरिकी फोन टैपिंग को अस्वीकार्य बताया है.
फोन टैपिंग (फाइल फोटो) |
इजरायल के खुफिया मामलों के मंत्री युवाल स्टेनीत्ज ने बताया, ‘‘हमारा अमेरिका और ब्रिटेन के साथ अलग तरह का खुफिया संबंध रहा है, यह करीब-करीब एक खुफिया समुदाय है.’’
स्टेनीत्ज ने शनिवार को कहा, ‘‘इस तरह की स्थिति में मुझे लगता है कि यह अस्वीकार्य है.’’ उन्होंने न्यूयार्क टाइम्स की एक खबर पर यह बात कही, जिसमें एनएसए के व्हीसलब्लोअर (भंडाफोड़ करने वाले) एडर्वड स्नोडेन ने इस बात का खुलासा किया है कि अमेरिकी और ब्रिटिश खुफिया विभाग ने 2008 से 2011 के बीच तत्कालीन इसाइली प्रधानमंत्री एहुद ओलमर्ट और रक्षामंत्री एहुद बराक के बीच हुई फोन पर बातचीत की टैपिंग की.
स्टेनीत्ज ने कहा, ‘‘हम अमेरिकी राष्ट्रपति या व्हाइट हाउस की जासूसी नहीं करते. नियम स्पष्ट कर दिए गए हैं. हमने इस विषय पर कुछ वादे किए हैं और हम उनका सम्मान करते हैं.’’
वाशिंगटन स्थित दूतावास में 1980 के दशक के शुरूआत में राजनयिक रह चुके नाशमन शाई ने कहा कि इजरायल और अमेरिका 1985 में वाशिंगटन में पोलार्ड की गिरफ्तार के बाद एक दूसरे की जासूसी नहीं करने पर राजी हुए थे.
गौरतलब है कि अमेरिकी नौसेना के पूर्व विश्लेषक पोलार्ड ने अरब देशों में जासूसी के बारे में हजारों दस्तावेज इजरायल को सौंपे थे.
29 साल पहले पोलैंड को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी और अब इजरायल की अमेरिका द्वारा जासूसी किए जाने की खबर सामने आने पर उसकी रिहाई की फिर से मांग की जा रही है.
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