मंडेला के अंतिम संस्कार में प्रतिनिधिमंडल भेजेगा भारत
दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद विरोधी नेता नेल्सन मंडेला के अंतिम संस्कार में भारत एक ‘‘उच्च स्तरीय’’ प्रतिनिधिमंडल भेजेगा.
नेता नेल्सन मंडेला का देहांत |
मंडेला का शुक्रवार तड़के जोहानिसबर्ग में निधन हो गया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों ने ही इस बात को रेखांकित किया है कि मंडेला भारत के लिए कितना महत्व रखते हैं. उनका निधन न केवल दक्षिण अफ्रीका के लिए एक क्षति है बल्कि भारत और वि के लिए भी एक गहरा आघात है. यह निश्चित है कि भारत से एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जाएगा.’’
उन्होंने साथ ही बताया, ‘‘आधिकारिक रूप से अंतिम संस्कार होने में अभी कुछ समय है और जानी मानी हस्तियों से इसमें शामिल होने को कहा गया है इस मुद्दे पर हमारा उच्चायोग दक्षिण अफ्रीकी सरकार के संपर्क में है.’’
1994 से 1999 के बीच दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रहे और विभर में रंगभेद के प्रतीक के रूप में विख्यात मंडेला को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. वह एक जाने माने गांधीवादी भी थे.
उनके निधन पर अपने शोक संदेश में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उन्हें ‘‘मनुष्यों के बीच में विशाल’’ व्यक्तित्व बताया जो न केवल वि की चेतना का प्रतिनिधित्व करते थे बल्कि दमन और अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने वालों के लिए भी प्रेरणा सोत बने हुए थे.’’
मंडेला ने लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार को जोहानिसबर्ग के ह्यूगटोन उपनगर स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली. वह 95 साल के थे.
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