पाकिस्तानी जांच एजेंसियों के सामने पेश नहीं होंगे गिलानी
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने कहा कि वह उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही जांच एजेंसियों के सामने पेश नहीं होंगे.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी (फाइल) |
गिलानी ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) और संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) दोनों किसी के इशारे पर उन्हें तंग कर रही हैं.
दोनों एजेंसियां हज यात्रा के आयोजन और तेल एवं गैस विनिमायक प्राधिकरण (ओजीआरए) के प्रमुख की नियुक्ति में हुईं अनियमितताओं के आरोपों की जांच कर रही हैं.
गिलानी ने कहा कि बहुत हो गया. मैंने कुछ गलत नहीं किया है, इसलिए मुझे पूछताछ के लिए बुलाने की बजाए एनएबी और एफआईए मुझे गिरफ्तार कर लें.
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि मैंने दोनों मामलों में एनएबी और एफआईए को लिखित जवाब भेज दिया है और अगर वह इससे संतुष्ट नहीं हों तो मुझे गिरफ्तार कर लें.
उन्होंने कहा कि हज के निदेशक जनरल राव शकील और ओजीआरए के प्रमुख तौकीर सादिक की नियुक्ति में मैंने निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया था. अगर वह भ्रष्टाचार में शामिल हैं तो उनकी जांच की जानी चाहिए ना कि उसकी जिसने उन्हें नियुक्त किया.
देश के एक पूर्व प्रधानमंत्री के साथ किए जा रहे इस व्यवहार से गिलानी नाराज हैं.
गिलानी ने कहा कि ऐसा सिर्फ पीपीपी के पूर्व प्रधानमंत्री के साथ ही हो सकता है. पूर्व प्रधानमंत्री होने की वजह से मुझे छूट मिली हुई है और जांचकर्ताओं को इस लिहाज से कानून का ध्यान रखना चाहिए.
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले दोबारा खोलने से इंकार करने पर पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने गिलानी को न्यायालय की अवज्ञा का दोषी ठहराया था जिसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
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