अगर आप इस जीवन के बारे में, इसकी प्रकृति के बारे में जानते हैं, अगर आप अपने जीवन के सभी आयामों से बखूबी परिचित हैं, तो आप यादों के उस बुलबुले के बारे में भी जानते होंगे, जिसमें फिलहाल आप अभी रह रहे हैं। ....
प्राचीन काल की ऋषि परम्परा के शिक्षण में ऐसी व्यवस्था रहती थी कि मनोभूमि को सबल, काया को समर्थ और सुदृढ़ बनाने के लिए वे सारे प्रयोग किए जाए जो अभीष्ट उद्देश्य की पूर्ति में सहायक हों। ....
एकाग्रता एक उपयोगी सत्प्रवृत्ति है। मन की अनियन्त्रित कल्पनाएं, अनावश्यक उड़ानें उस उपयोगी विचार शक्ति का अपव्यय ही करती हैं, जिसे यदि लक्ष्य विशेष पर केन्द्रित किया गया होता, तो गहराई में उतरने और महत्त्वपू ....
एक राजा बहुत ही महत्त्वाकांक्षी था और उसे महल बनाने की बड़ी महत्त्वाकांक्षा रहती थी उसने अनेक महलों का निर्माण करवाया! रानी उनकी इस इच्छा से बड़ी व्यथित रहती थी की पता नहीं क्या करेंगे इतने महल बनवाकर! ....