सीमा विवाद पर चीन भी बदले रवैया

भारत के साथ सीमा विवाद पर चीन भी रवैया बदले- मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन के नेतृत्व से दो टूक शब्दों में कहा कि भारत सीमा विवाद का जल्द समाधान चाहता है लेकिन चीन को अपने नजरिये में बदलाव लाना होगा और दीर्घकालिक रणनीतिक दृष्टि अपनानी होगी. मोदी ने चीनी प्रधानमंत्री ली केकियाँग से साथ हुई बैठक में भारत और चीन के बीच रिश्तों की महत्ता रेखांकित करते हुए कहा कि भारत एवं चीन के बीच एशिया में सबसे महत्वपूर्ण साझेदारी है. इसके कारण स्वाभाविक हैं. भारत और चीन का पुन: उभरना तथा उनके संबंधों का दोनों देशों और इस सदी पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ेगा. मोदी ने अपनी चीन या के दूसरे दिन और चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग के बीच भव्य ‘द ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल्स’ में हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत के पहले केकियांग के साथ एकांत में बैठक की जो करीब 50 मिनट चली. प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच व्यापार असंतुलन को दूर करने के लिये एक विशेष कार्यबल के गठन के लिये चीन को राजी कर लिया. दोनों पक्षों ने इस मौके पर अंतरिक्ष, विज्ञान, कौशल विकास, रेल, स्मार्ट सिटी, पर्यटन और शिक्षा सहित अनेक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए 24 समझौतों पर हस्ताक्षर किये जिनमें दोनों देशों के साझा थिंक टैंक फोरम के गठन का करार भी शामिल है. रणनीतिक विश्लेषकों के अनुसार यह साझा थिंक टैंक फोरम सीमा को लेकर दोनों देशों में अवधारणात्मक खाई को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

 
 
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