...इस तरह पूरी हुई जयललिता की अधूरी कहानी

PICS: ...इस तरह पूरी हुई जयललिता की अधूरी प्रेम कहानी

तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री और सशक्त राजनेता जयललिता को लोगों का अथाह प्यार मिला. इसके बावजूद उनके जीवन में एक सच्चे प्रेम की कमी रही जो उनकी मौत के बाद पूरी हो गई. मौत के बाद जयललिता के पार्थिव शरीर को जयललिता के फिल्मी मेंटर और राजनीतिक गुरु एमजी रामाचंद्रन के स्मारक के बगल में ही दफनाया गया. जयललिता और एमजीआर से उनके संबंधों को लेकर अक्सर कयास लगाते जाते रहे. लोग कहते हैं कि रामचंद्रन जयललिता के प्रति बेहद आकर्षित थे. हालांकि जयललिता एमजीआर से उम्र में 31 साल छोटी थीं. उनकी शादी नहीं हुई थी. रामचंद्रन ने अपने जीवन में तीन शादियां की थीं. उनकी आखिरी पत्नी वी एन जानकी थीं. कहते हैं कि एमजीआर ने जयललिता की मां से वादा किया था कि वो जयललिता का ख्याल रखेंगे. लेकिन एमजीआर की पत्नी जानकी को दोनों की कथित नजदीकियों पर सख्त ऐतराज था और यही वजह रही की जब उनका देहांत हुआ तो उनके परिवार वालों ने जयललिता को उनके घर में घुसने तक नहीं दिया. बाद में जब जयललिता को एमजीआर के शव के दर्शन करने का मौका मिला तो उनके साथ गालीगलौच और मारपीट की गई. इसके बावजूद वहां कुल 21 घंटे तक खड़ी रही थीं. और अब जब जयलिलता ने अपनी अंतिम सांस ली तो उनका पार्थिव शरीर भी उसी राजाजी हॉल में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया जहां कभी एमजीआर का पार्थिव शरीर रखा गया था. इतना ही नहीं जयललिता के पार्थिव शरीर को एमजीआर के स्मारक के बगल में ही दफनाया गया. इस तरह उनकी अधूरी कहानी पूरी हो गई. ये कहानी इतनी ही नहीं है.. आगे नजर डालिए जयललिता और एमजीआर के जीवन के कुछ और पन्नों पर..

 
 
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