- पहला पन्ना
- खेल
- रिचर्डस-गावस्कर का मिश्रण बनना चाहता था तेंदुलकर

तेंदुलकर कहा, ‘‘मेरी क्रिकेट के प्रति ऐसी दीवानगी थी और अब भी जस की तस बनी हुई है. लड़के हों या लड़कियां जो भी क्रिकेटर बनना चाहते हैं उनमें क्रिकेट के प्रति दीवानगी होनी चाहिए. क्रिकेट पहले आपके दिल में होना चाहिए और धीरे-धीरे आपको पता चलेगा कि रन कैसे बनाने हैं या गेंदबाजी कैसी करनी है. पहले क्रिकेट आपके दिल में होना चाहिए और बाकी सब बाद की चीज है.’’
Don't Miss