रिचर्डस-गावस्कर का मिश्रण बनना चाहता था तेंदुलकर

रिचर्डस और गावस्कर का मिश्रण बनना चाहता था:  तेंदुलकर

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कभी कभार गेंदबाजी करना पसंद करता हूं लेकिन मैं खुद को नियमित गेंदबाज नहीं मानता. मैं खुद को साझेदारी तोड़ने वाला गेंदबाज मानता हूं. जब भी बड़ी साझेदारी होती थी मैं एक दो ओवर करने के लिये आ जाता था. यदि मैं चल गया तो ठीक नहीं तो मैं किसी तरह के दबाव में नहीं आता क्योंकि आपके मुख्य गेंदबाजों को दबाव और जिम्मेदारी संभालनी होती है. वनडे क्रिकेट में मैंने गेंदबाजी की लेकिन अब मैं वनडे क्रिकेट से संन्यास ले चुका हूं.’’

 
 
Don't Miss