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- B'day: जब जिद्दी सचिन की जान पर बन आई...
सचिन अपने घर में सबसे छोटे और बेहद जिद्दी भी थे. अपने जीवन के ऊपर लिखी किताब में सचिन ने अपने इसी जिद्दीपन का जिक्र भी किया है. सचिन अपनी किताब में लिखते है, "मैं बचपन में काफी जिद्दी था. मेरे कई दोस्तों पर साइकिल थी, लेकिन मेरे पास नहीं. मैं किसी भी हाल में साइकिल चाहता था. मेरे पिता को मुझे न कहना अच्छा नहीं लगता था. मैंने जब उनसे कहा कि मुझे साइकिल चाहिए, तो उन्होंने मुझसे कहा कि कुछ दिनों में वह मुझे साइकिल दिला देंगे. आर्थिक तौर पर चार बच्चों को पालना बेहद मुश्किल होता है." साइकिल की इसी चाहत ने एक बार उनकी जान सांसत में डाल दी थी. हुआ यूं कि एक बार दोस्तो को साइकिल चलाते हुए देखते हुए उनका सिर बालकनी की ग्रिल में फंस गया. उनके घर वाले बेहद परेशान हो गए और तकरीबन आधे घंटे बाद उनकी मां ने खूब सारा तेल डालकर सचिन का सिर रेलिंग से बाहर निकाला. सचिन ने इस घटना का जिक्र अपनी किताब 'प्लेइंग इट माई वे' में भी किया है.