यूनिसेफ के ब्रांड एंबेसडर बने तेंदुलकर

 दक्षिण एशिया में यूनिसेफ के ब्रांड एंबेसडर बने तेंदुलकर

तेंदुलकर ने कहा, ‘‘यदि कोई व्यक्ति खुले में शौच करता है और ऐसा मां के साथ होता है क्योंकि अधिकतर परिवारों में मां ही घर को चलाती है. वह पूरे परिवार के सदस्यों के लिये खाना बनाती है, वह बच्चे को अपने हाथ से खाना खिलाती है, क्योंकि किसी भी मां और बच्चे के साथ ऐसा लगाव होता है. और यदि हाथ साबुन से नहीं धोए गये हों तो आप परिणाम की कल्पना कर सकते हो. इससे बच्चे की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है. एक प्रौढ़ की लापरवाही से कोई बच्चा अपनी जिंदगी नहीं गंवा सकता.’’

 
 
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