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- 'सचिन ने एक गेंद भी नहीं खेली थी'
उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा ,‘‘ उसने मैदान के भीतर और बाहर भारतीय क्रि केट का परिदृश्य बदल दिया . तेंदुलकर के साथ पूरी एक पीढी बड़ी हुई . उन्होंने उसके उतार और चढाव देखे और उसके साथ अपने सपनों को जिया . भारत में कई लोग क्रि केटर बनने की इच्छा पालने लगे.’’ उन्होंने कहा ,‘‘ पिछले 24 बरस से पूरी पीढी को यह दावा करने का सौभाग्य मिला है कि उन्होंने तेंदुलकर को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बनते देखा .’’
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