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- 'यकीन नहीं होता, अद्भुत सफर खत्म हो गया'
भीगी पलकों के साथ सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को जब क्रिकेट को अलविदा कहा तब उनका भाषण दिलों को छू गया. अपने भाषण में सचिन परिवार, कोच, साथियों, दोस्तों और प्रशंसकों को शुक्रिया कहना नहीं भूले और यह भी कहा कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि पिछले 24 साल से 22 गज के दरमियान की उनकी जिंदगी खत्म हो गई है. अपने जज्बात पर काबू रखने की पूरी कोशिश करने वाले तेंदुलकर ने जब अपने उद्गार व्यक्त किये तो वानखेड़े स्टेडियम पर जमा लोग भावविभोर हो गए. भारत की जीत के बाद तेंदुलकर पुरस्कार वितरण समारोह में जब बोलने आये तब उन्होंने सबसे पहले कहा, ‘‘शांत हो जाइये दोस्तों, वरना मैं बहुत भावुक हो जाऊंगा. यह यकीन करना मुश्किल है कि मेरा अद्भुत सफर खत्म हो गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहली बार सूची लेकर आया हूं जिन्हें मुझे धन्यवाद देना है क्योंकि कई बार मैं भूल जाता हूं.’’