'यकीन नहीं होता, अद्भुत सफर खत्म हो गया'

 भावुक सचिन ने कहा, यकीन नहीं होता कि मेरा अद्भुत सफर खत्म हो गया

तेंदुलकर ने कहा, ‘‘सबसे पहले मेरे पिता (रमेश तेंदुलकर) जिनका 1999 में निधन हो गया. उनके मार्गदर्शन के बिना मैं आपके सामने खड़ा नहीं होता. उन्होंने मुझसे कहा कि अपने सपने पूरे करो, हार नहीं मानो और कभी शॉर्टकट मत अपनाओ. मुझे आज उनकी कमी खल रही है.’’

 
 
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