बल्लेबाजों की बल्ले बल्ले

बल्लेबाजों की बल्ले बल्ले, गेंदबाजों की शामत

दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच शुक्रवार को सिडनी में खेले गये मुकाबले से यह बात एक बार फिर साबित हो गई है कि ऑस्ट्रेलिया की पिचें इस बार भारतीय उपमहाद्वीप की पिचों पर दिखाई दे रही है और आईसीसी के वनडे नियमों में बदलाव का सीधा फायदा बल्लेबाजों को मिल रहा है. यह बात 2011 में भारतीय उपमहाद्वीप में हुए पिछले विश्व कप और मौजूदा विश्व कप के अब तक के मैचों से साबित हो जाती है. पिछले विश्व कप में पूरे टूर्नामेंट में कुल 24 शतक लगे थे जबकि मौजूदा टूर्नामेंट में अभी आधा चरण भी पूरा नहीं हुआ है और 14 शतक लग चुके हैं. पिछले विश्व कप में जहां 150 के ऊपर के सिर्फ दो स्कोर बने थे वहीं इस बार अब तक 150 के ऊपर के तीन स्कोर बन चुके हैं.

 
 
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