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- मेरे लिये पिच मंदिर जैसी
आज मैं जो कुछ हूं उसी की वजह हूं. मेरे लिये वह मंदिर जैसा है. मैं क्रिकेट को धन्यवाद देना चाहता हूं.’
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आज मैं जो कुछ हूं उसी की वजह हूं. मेरे लिये वह मंदिर जैसा है. मैं क्रिकेट को धन्यवाद देना चाहता हूं.’