टीम इंडिया के सामने कठिन चुनौतियां

चौथे टेस्ट में इंग्लैंड से जीतने के लिए धोनी के शेर तैयार

भारत को 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे से प्रेरणा लेनी होगी जब आखिरी बार कोई भारतीय क्रिकेटर लेवल तीन के अपराध के मामले में शामिल था. सात साल बाद भी एंड्रयू साइमंड्स और हरभजन सिंह का विवाद सभी को याद है. धोनी पूर्व कप्तान अनिल कुंबले का अनुसरण करना चाहेंगे जिन्होंने न सिर्फ मैदान से बाहर मजबूती से अपना पक्ष रखा बल्कि मैदान पर भी टीम को पर्थ टेस्ट में 72 रन से जीत दिलाई. हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने उस श्रृंखला में भारत को 2-1 से हराया था. ट्रेंट ब्रिज में ड्रा और लार्डस पर टेस्ट जीतने के बाद कहा जा सकता है कि भारत के लिए यह रणनीति कारगर रही. साउथम्पटन के सपाट विकेट पर भारत के सात प्रमुख बल्लेबाज दो पारियों में सिर्फ 330 और 178 रन ही बना सके. श्रृंखला अब बराबरी पर होने के कारण भारत को अपनी रणनीति पर विचार करना होगा.

 
 
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