अपंगता नहीं रोक सकी गुप्टिल की उड़ान

अपंगता पर भारी हौसलों की उड़ान, गुप्टिल के पैर में सिर्फ दो उंगलियां

उन्होंने मैच को लेकर कहा मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि मैंने पूरी पारी के अंत तक बल्लेबाजी की. जब मैं एक बार जम गया तो सहज हो गया और रन बनाने में कोई परेशानी नहीं हुई.''

 
 
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