सचिन ने नेत्रहीन क्रिकेट से बहुत सीखा

 तेंदुलकर ने नेत्रहीन क्रिकेट से बहुत कुछ सीखा

तेंदुलकर ने कहा, ''मैने करीब 14 या 15 साल पहले मुंबई में एक नेत्रहीन क्रिकेट टूर्नामेंट का उदघाटन किया था और ये लोग (नेत्रहीन) जिस तरह से क्रिकेट खेलते हैं मैं उससे काफी मंत्रमुग्ध हुआ था क्योंकि जब आप देख नहीं सकते तो आपको अवाज सुनकर प्रतिक्रिया करनी होती है. आप ऐसे ही विकेट भी लेते हो और रन भी बनाते हो. यह बहुत अविश्वसनीय लगता है और यह देख कर मैं बहुत ही अभिभूत हुआ था.''

 
 
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