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- मेकैनिक बने सचिन तेंदुलकर

उन्होंने कहा, ‘‘हां हम मैदान पर उतरकर अपने विरोधी को हराना चाहते हैं लेकिन हमें इसके साथ ही मूल्यों को नहीं भूल सकते और गलत भावना से खेल नहीं खेल सकते. यह प्रतिस्पर्धी होना चाहिए. हमें खेल और अपने विरोधी का सम्मान करने की जरूरत होती है.
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