World Hepatitis Day: रहें जागरुक, हर 12 में से 1 व्यक्ति इसकी चपेट में

PICS: साइलेंट किलर हेपेटाइटिस-C से भारत में हर साल 1.2 करोड़ लोग प्रभावित होते हैं

वायरल हेपेटाइटिस भारत में एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है. वायरल हेपेटाइटिस वायरस एबीसी की वजह से होता है. इंडियन सोसायटी फॉर क्लिनिकल रिसर्च के अनुसार भारत में हेपेटाइटिस-सी से निपटने के लिए समुचित पर्याप्त क्लिनिकल अनुसंधान की कमी है. उनका कहना है कि देश में हर साल 1.2 करोड़ लोग लीवर संक्रमण की इस बीमारी से प्रभावित होते हैं. इंडियन सोसायटी फॉर क्लिनिकल रिसर्च (आईएससीआर) की अध्यक्ष सुनीला थाटे का कहना है कि हेपेटाइटिस के पांच विषाणु हैं.. ए, बी, सी, डी और ई. पांच में से तीन संक्रमण का कोई इलाज नहीं है. हेपेटाइटिस से पीड़ित कई मरीजों को लंबे समय तक कोई तकलीफ न होने के कारण इसका पता भी नहीं चलता हैं. इस के संक्रमण के कारण हर वर्ष लिवर (Liver) ख़राब हो जाने के कारण 4 हजार से 5 हजार लोगों की मृत्यु हो जाती हैं. विश्व में लिवर कैंसर के 60% मामले Hepatitis B के कारण होते हैं. भारत में हर वर्ष लाखों लोगो को हेपेटाइटिस बी का संक्रमण होता हैं. इनमे से ज्यादातर लोगों में यह संक्रमण कुछ समय के लिए होता है और फिर ठीक हो जाता हैं. इसे तीव्र (Acute) हेपेटाइटिस बी कहा जाता हैं. कुछ लोगो में यह संक्रमण लंबे समय तक रहता है जिसे जीर्ण (Chronic) हेपेटाइटिस बी कहा जाता हैं. हेपेटाइटिस साइलेंट किलर माना जाता है. इसके प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के लिए 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है. यूं, भारत में हेपेटाइटिस ए और ई का प्रकोप ज्यादा है. यह दूषित भोजन एवं पेयजल से होता है. इसे साधारण भाषा में जांडिस कहते हैं. वहीं, हेपेटाइटिस बी और सी घातक माना जाता है. पूरी दुनिया में इससे निजात पाने के उपाय किये जा रहे हैं . इसलिए ‘2030 तक हेपेटाइटिस के वायरस के खात्मे’ के स्लोगन के साथ डॉक्टर इस दिशा में ज्यादा प्रयासरत हैं. विश्व हेपेटाइटिस दिवस के मौके पर डॉक्टरों ने स्वच्छ जल और भोजन के साथ साफ सफाई पर बल दिया है.

 
 
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