शिव को प्रसन्न करने का अचूक उपाय है रुद्राभिषेक

सावन के तीसरे सोमवार को शिव पूजा का विशेष महत्व, जानिए पूजा विधि

पूरे महीने बाबा के मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. सावन के महीने को शिव आराधना के लिए सर्वोत्तम माना गया है. क्योंकि ये महीना देवाधिदेव महादेव को बहुत प्रिय है. सावन का महीना ऐसा महीना है, जिसमें छह ऋतुओं का समावेश होता है. और शिवधाम पर इसका महत्व सबसे ज्यादा होता है. कहा जाता है कि शिव को प्रसन्न करने का सर्वोच्च उपाय रुद्राभिषेक ही है. साक्षात देवी और देवता भी शिव कृपा के लिए शिव-शक्ति के ज्योति स्वरूप का रुद्राभिषेक ही करते हैं. सावन के महीने को शिव आराधना के लिए सर्वोत्तम माना गया है. क्योंकि ये महीना देवाधिदेव महादेव को बहुत प्रिय है. वायुपुराण, लिंगपुराण, शिव धर्मोत्तर पुराण और शिवधर्मपुराण के मुताबिक सावन के महीने में खासकर सावन के चार सोमवारों को शिव आराधना का विशेष फल मिलता है. कहा जाता है कि शिव को प्रसन्न करने का सर्वोत्तम उपाय रुद्राभिषेक ही हैं साक्षात देवी और देवता भी शिव कृपा के लिए शिव-शक्ति के ज्योति स्वरूप का रुद्राभिषेक करते हैं. रुद्र स्वरूप की उपासना और अभिषेक की महिमा निराली है. इस मौके पर देश भर के शिवालयों में सुबह से ही पूजा-अर्चना की जाती है. साथ ही शिवलिंग के जलाभिषेक के लिए लाखों कांवड़ियां की भीड़ भी जुटते हैं. धार्मिक दृष्टि से सावन के पहले सोमवार को तन, मन और धन से जुड़े संभी सुखों और कामनाओं को पूरा करने का बहुत अचूक अवसर प्राप्त हो रहा है.

 
 
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