सांई भगवान नहीं, भिड़े शंकराचार्य-साईं समर्थक

PICS: धर्मसंसद ने कहा-साईं बाबा न गुरु हैं, न अवतार और न ही संत

धर्म संसद में 13 अखाड़ों के प्रमुख, चारों पीठों के शंकराचार्यो ने एकमत होकर कह दिया कि साईं बाबा न गुरु हैं, न अवतार और न ही संत.साई भगवान नहीं हैं. साई की पूजा की जाए अथवा नहीं. इसका अधिकार काशी विद्वत पीठ को दिया गया है. उत्तरापथ से लेकर दक्षिणावर्त और पूर्वांचल से लेकर पश्चिमोत्तर से आए साधु-संतों, मठाधीशों, पीठाधीश्वरों, महामण्डलेश्वरों, आचार्यों, विद्वतजनों ने प्रमुख विपक्ष की अनुपस्थिति में तर्क के विषय ‘शिर्डी के सांई बाबा भगवान है या नहीं’ पर विस्तारपूर्वक अपना अभिमत प्रस्तुत किया और ध्वनिमत से पारित किया कि सांई बाबा भगवान नहीं हैं. छत्तीसगढ़ की पुरा नगरी कवर्धा के सरदार पटेल मैदान में निर्मित विशाल डोम में शंकराचार्य जनकल्याण न्यास द्वारा आयोजित 19वीं धर्म ससंद में द्वाराका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती व अन्य विद्वान आचार्यों ने अनेक तर्कों व शास्त्र सम्मत विचारों से स्पष्ट कर दिया कि सांई बाबा न तो संत थे और न ही भगवान. सांई बाबा को भगवान अथवा ईश्वर का अवतार कहना हिन्दू धर्म को खंडित, भ्रष्ट और दिग्भ्रमित करने का कुत्सित षड्यंत्र है. सनातन धर्म को विखंडित करने की विदेशी चाल है.

 
 
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