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- उम्मीदों से भरी मोदी की जापान यात्रा
प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी भारतीय उप-महाद्वीप से बाहर शनिवार को अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के रूप में जापान रवाना होंगे. इस यात्रा के दौरान दोनों देश रक्षा, असैन्य परमाणु, ढांचागत विकास और दुर्लभ अर्थ मटिरीअल के क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने पर महत्वपूर्ण फैसले करेंगे. प्रधानमंत्री की पांच दिवसीय जापान यात्रा से भारत को बहुत उम्मीदें हैं जिसमें मोदी दोनों देशों के बीच सहयोग के ‘बहुत ठोस एजेंडा’ के साथ वहां जा रहे हैं. मोदी की इस यात्रा का अहम पहलू उनका जापान के ‘स्मार्ट सिटी’ क्योतो जाना है जो कि सांस्कृतिक परंपरा और आधुनिकता में समन्वय के लिए विख्यात है. मोदी के देश के 100 शहरों को स्मार्ट शहरों में बदलने की महत्वाकांक्षी योजना को देखते हुए उनका वहां जाना महत्वपूर्ण माना जा रहा है. परंपरा को बनाए रखने के साथ धरोहर नगरों को आधुनिक कैसे बनाया जाए, क्योतो में मोदी को यह करीब से देखने को मिलेगा. वहां के अनुभवों को वह वाराणसी सहित देश के 100 शहरों को ‘स्मार्ट शहरो’ में तब्दील करने में इस्तेमाल कर सकते हैं.