कहां गए सावन के झूले?

PICS: विंध्य में खत्म हो रहा है सावन के झूलों का वजूद

मध्यप्रदेश के विंध्य अंचल में सावन महीने में महिलाओं और लड़कियों की बगीचों में झूला झूलने की वर्षों पुरानी परपंरा अब धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है. सतना जिले के हर गांव में एक समय ऐसा था जब सावन के महीने में हर गांव की महिलाएं और लड़कियां आम, कदम और महुआ के पेड़ों में झूला डालकर सावन के झूले का लुत्फ उठाती नजर आती थीं लेकिन अब धीरे-धीरे यह परंपरा खत्म होती जा रही है और अब गांवों में इक्के-दुक्के झूले ही दिखाई दे रहे हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह ने बताया कि जिले के 1752 गांवों में इक्का दुक्का स्थानों को छोड़कर अब झूले नजर नहीं आ रहे हैं.

 
 
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