जानिये, ‘विशाखापट्टनम’ क्यों है खास

‘विशाखापट्टनम’ बना नौसेना की ताकत, जानिये क्यों है खास

भारतीय नौसेना ने पी15-बी परियोजना के तहत सोमवार को पहले स्टील्थ विध्वंसक ‘विशाखापट्टनम’ का जलावतरण किया. इससे नौसेना की गोलाबारी क्षमता को बल मिला है. इसे देश में ही डिजाइन किया गया है और यह उन्नत विशेषताओं से लैस है. कोलकाता श्रेणी के इस युद्धपोत का जलावतरण नौसेना प्रमुख आरके धोवन की पत्नी मीनू धोवन ने मझगांव डाक्स लिमिटेड (एमडीएल) में किया. इस अवसर पर शीर्ष नौसेना और एमडीएल अधिकारी मौजूद थे. जलावतरण के दौरान इस जहाज का वजन तकरीबन 3000 टन था. विशाखापट्टनम जमीन से हवा में मार करने वाली 32 ‘बराक 8’ मिसाइलों से लैस है. विशाखापट्टनम में इस्रलाइली ‘‘मल्टी फंक्शन सर्विलांस रेट अलर्ट रडार’ सिस्टम लगा है. यह रडार पोत के कंट्रोल रूम में तैनात नेवी अफसरों को हमले के लिए सटीक जानकारी मुहैया कराएगा. इस जंगी जहाज पर एंटी-शिप ब्रह्मोस मिसाइल भी तैनात की जाएगी. जानिए, ‘विशाखापट्टनम’ में क्या है खास...

 
 
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