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- PICS:राष्ट्रपति भवन का संग्रहालय
इस संग्रहालय में राष्ट्रपति भवन का ही नहीं बल्कि आजादी के बाद से हमारे लोकतंत्र का गौरवपूर्ण इतिहास समाया है. शुक्रवार को राष्ट्रपति इसे देश को समर्पित करेंगे. एक अगस्त से यह आम लोगों के लिए खुलेगा. पहले तीन महीने इसे निशुल्क देखा जा सकेगा. उसके बाद मामूली शुल्क लगाया जाएगा. यहां पर बना संग्रहालय लोकतंत्र का गौरवपूर्ण इतिहास समेटे हुए है. इस संग्रहालय में तब से घटनाओं का ब्यौरा है जब 1911 में दिल्ली दरबार में राजधानी को कोलकात्ता से दिल्ली लाने का फैसला हुआ. तत्कालीन वायसराय लार्ड हार्डिग और महारानी विक्टोरिया के चित्रों एवं संस्मरणों के साथ संग्रहालय में 1931 में हुई महात्मा गांधी एवं लार्ड इरविन की मुलाकात का भी ब्यौरा है. राष्ट्रपति भवन के बनने के बाद गांधी-इरविन संधि हुई थी. संग्रहालय में भारत विभाजन का भी दृश्य है. एक छोटे से कक्ष में पड़ी मेज पर 2 जून 1947 को भारत विभाजन किया गया. इस संग्रहालय में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के शपथ ग्राहण समारोह की झलक भी मिलेगी.