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- पुर्जा-पुर्जा किया जा रहा INS विक्रांत
भारत का पहला विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत अब इतिहास बन जाएगा. भारत-पाकिस्तान युद्ध में अहम भूमिका निभा चुके इस पोत को तोड़ने का काम शुरू हो गया. आईएनएस विक्रांत को पुर्जा-पुर्जा करने के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका को सुप्रीम कोर्ट के नामंजूर किए जाने के तीन महीने बाद देश के इस ऐतिहासिक नौसैनिक पोत को तोड़ने का काम शुरू हो गया. इस पोत को तोड़ने के काम का अनुबंध 60 करोड़ रुपए में लेने वाली शिप ब्रेकिंग कंपनी आईबी कमर्शियल्स के अब्दुल जाका ने कहा, हमने विक्रांत को तोड़ने की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू कर दी है और इस काम को पूरा करने में सात से आठ महीने का समय लगेगा. इस काम में 200 लोगों को लगाया जाएगा.
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