चंद्रग्रहण में भूलकर भी न करें ये काम

PICS: चंद्रग्रहण चार अप्रैल को, सूतक में क्या करें क्या न करें

चार अप्रैल 2015 को होने वाला खग्रास चंद्रग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा. ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक सम्वत 2072 का पहला खग्रास चंद्रग्रहण कई राशियों के लिए तो फलदायी होगा लेकिन कईयों के लिए अशुभ भी हो सकता है. इसके लिए चंद्रग्रहण के बाद स्नानादि कर सामार्थ्य अनुसार गरीबों और ब्राह्मणों को दान करने से लाभ प्राप्त होगा. ज्योतिषाचार्य दीपक पाण्डेय ने बताया कि चैत्र पूर्णिमा (शनिवार) चार अप्रैल को खग्रास चंद्रग्रहण भारत सहित ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, अंटार्टिका, हिंदमहासागर और प्रशांत महासागर सहित कई स्थानों और देशों में देखा जा सकेगा. अंडमान और निकोबार दीप समूह में खग्रास को समाप्ति की स्थिति में देखा जा सकेगा. शेष भारत में ग्रस्तोदय खंड ग्रास होगा. चंद्रग्रहण का प्रारम्भ दोपहर 3:45 से और समाप्ति शाम 7:16 बजे होगी. महिला ज्योतिषाचार्य केता देवी ने बताया कि सामान्यत: चंद्रग्रहण में नौ घंटे पूर्व से ही सूतक काल माना जाता है. इसलिए 4 अप्रैल को चंद्रग्रहण से नौ घंटे पहले सूतक लग जायेगा.

 
 
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