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- डिलीवरी के बाद भी बनी रहें कॉन्फिडेंट
डिलीवरी के बाद अक्सर महिलाओं के शरीर में तेजी से बदलाव देखने को मिलते हैं. जबकि डिलीवरी के पहले कॉलेज के दिनों मे वे स्लिम-ट्रिम होती है. उनमें एक कॉन्फिडेंस भी होता है, जो डिलीवरी के बाद खत्म होने लगता है. मोटापे को लेकर महिलाएं परेशान भी रहती हैं लेकिन अगर वे थोड़ी समझदारी, सूझबूझ और थोड़ा शारीरिक परिश्रम करें तो वे पहले जैसी काया फिर से पा सकती हैं और उनका कॉन्फिडेंस भी वापस आ सकता हैं. आमतौर पर 90 प्रतिशत लड़कियों के साथ देखा जाता है कि वह डिलीवरी के बाद मोटी हो जाती है. एक ही बच्चे के बाद उन्हें लगता है कि उनका शरीर बेडोल हो गया है. डिलीवरी के बाद शरीर पर थोडी चर्बी चढ़ना स्वाभाविक है. इसके दो कारण हैं, पहला खानपान और दूसरा निष्क्रिय रहना. अक्सर देखा जाता है कि डिलीवरी के बाद लोग प्रसूता को ऐसा भोजन करने को देते हैं जो वसा प्रधान हो. वसा की अधिकता से डिलीवरी के बाद वजन तेजी से बढ़ा देती है. शुद्ध घी के लड्डू, जिसमें बादाम, पिस्ता, काजू, किशमिश आदि की भरमार होती है, उसे खाने को बाध्य किया जाता है. इसके पीछे उनकी सोच होती है कि इससे प्रसूता की कमजोरी दूर होगी और वह ठीक से स्तनपान करा पाएगी और उसका दूध उत्तम गुणवत्ता वाला होगा जो शिशु को सही पोषण प्रदान करेगा. अब ऐसे लोगों को कौन समझाए कि घी खाने या पीने से या सूखे मेवे खाने से कमजोरी दूर नहीं होती. प्रसूता को पौष्टिक आहार मिले, यह जरूरी है.