अपनों से मिले ...और फूट-फूटकर रो दिए

अपनों से मिले ...और फूट-फूटकर रो दिए

नेपाल से लौट कर आए लोग जब अपनों से मिले तो मन का सारा डर और दर्द आंखों के रास्ते निकलने लगा. इन चेहरों पर जहां मौत को मात देकर लौटने की खुशी थी. वहीं अब अपनों के बीच पहुंचने का इतमीनान भी... अपनों को पाकर लोग अब दिल का हर दर्द निकाल देना चाह रहे थे. कहीं मां अपनी बिछड़ी बेटी को पाकर बारबार उसे चूम रही थी, तो कहीं बेटी पिता के सीने से लगकर दहशत भरे उस दिन को भूल जाना चाहती थी. मौत को करीब से देख चुके कुछ लोग अपनों को उस भयानक दिन और त्रासदी का मंजर बयां कर रहे थे. तो कुछ उन दर्दनाक यादों को जुबां पर लाना भी नहीं चाहते थे. जहां परिजन आपस में मिलकर दिल का सारा गुबार निकाल रहे थे. वहीं इस मिलन को देख रहे लोगों की आंखें भी भर आई थीं....

 
Don't Miss