...इस तरह पूरी हुई जयललिता की अधूरी कहानी

PICS: ...इस तरह पूरी हुई जयललिता की अधूरी प्रेम कहानी

एक बार राजस्थान के थार रेगिस्तान में शूटिंग के दौरान रेत इतनी गर्म थी कि जयललिता उस पर चल नहीं पा रही थी, तभी एमजीआर ने पीछे से आ कर उन्हें गोद में उठा लिया था ताकि उनके पैर न जलें. जयललिता ने खुद कुमुदन पत्रिका में लिखा था कि कार पार्किंग थोड़ी दूर पर थी, पैरों में कोई चप्पल और जूते नहीं थे, एक कदम भी नहीं चल पा रही थी और पैर लाल हो गए थे. एमजीआर मेरी परेशानी को समझ गए और उन्होंने मुझे अपनी गोद में उठा लिया.

 
 
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