परंपरागत और रोचक खेल है मुर्गा लड़ाई

झारखंड में परंपरागत और रोचक खेल है

तमिलनाडु में पारंपरिक त्योहार पोंगल पर खेले जाने वाले जलिकट्टू पर सर्वोच्च न्यायालय ने भले ही रोक लगा दी हो, पर झारखंड के बाजारों और मेलों में आज भी 'मुर्गा लड़ाई' के खास प्रकार का आयोजन किया जाता है. झारखंड के जनजातीय इलाकों में लगने वाले ग्रामीण हाट-बाजारों के अलावा कई अन्य स्थानों पर आज भी एक परंपरागत खेल 'मुर्गा लड़ाई' बेहद लोकप्रिय है. हालांकि समय के साथ इसके स्वरूप में काफी बदलाव आ गया है. पहले हारने वाला मुर्गा जीतने वाले मुर्गा के मालिक को मिल जाता था, पर अब हारने वाला मुर्गा उसके मालिक के पास ही रह जाता है. इसके अलावे अब घुड़दौड़ की तरह इस लड़ाई में लाखों रुपये के दांव भी लगाए जाते हैं.

 
 
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