संविधानेत्तर शक्ति थीं सोनिया

यूपीए शासन के दौरान सोनिया संविधानेत्तर शक्ति थीं: मोदी

प्रधानमंत्री कार्यालय में सारी शक्तियों के केंद्रीयकृत होने के आरोपों के बारे में पूछे गए प्रश्न पर मोदी ने कहा, ‘‘अच्छा होता कि अगर यह सवाल तब किया जाता जब एक असंवैधानिक शक्ति संवैधानिक प्राधिकार पर बैठी थी और प्रधानमंत्री कार्यालय की शक्तियों का इस्तेमाल कर रही थी.’’ मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि अब ‘‘प्रधानमंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय पूरी तरह से संवैधानिक व्यवस्था का हिस्सा हैं और उसके बाहर नहीं है.’’ राहुल गांधी के ‘सूटबूट की सरकार’ के व्यंग्य पर मोदी ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार को एक साल बाद भी पचा नहीं पा रही है.

 
 
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