डूब गया सितार का सितारा

डूब गया सितार का सितारा पंडित रविशंकर, पीएम ने जताया शोक

मशहूर सितार वादक और दुनियभर में भारतीय संगीत का परचम लहराने वाले पंडित रविशंकर का अमेरिका के सेन डियागो में निधन हो गया है. पंडित रविशकर देश के उन प्रमुख साधकों में से थे, जो देश के बाहर काफी लोकप्रिय हैं. वे लंबे समय तक तबला उस्ताद अल्ला रक्खा खां, किशन महाराज और सरोद वादक उस्ताद अली अकबर खान के साथ जुड़े थे. वाइलिन वादक येहुदी मेनुहिन और फिल्मकार सत्यजीत रे के साथ उनके जुड़ाव ने उनके संगीत सफर को नया मुकाम प्रदान किया. पंडित रविशकर को उनके संगीत सफर के लिए 1999 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया था. उन्हें 14 मानद डॉक्ट्रेट, पद्म विभूषण, मेगसायसाय पुरस्कार, तीन ग्रेमी अवॉर्ड और 1982 में गांधी फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ मौलिक संगीत के लिए जार्ज फेन्टन के साथ नामाकन मिला था. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि पंडित रविशंकर भारतीय संस्कृति के ब्रैंड अंबेसडर थे. रविशंकर से निधन से केवल कला जगत को ही नहीं बल्कि पूरे देश का नुकसान हुआ है. फिल्मकार महेश भट्ट ने कहा कि वह भारतीय कला के धरोहर थे. अमेरिका में भारतीय राजदूत निरुपमा राव ने कहा रविशंकर से ज्याद पश्चिम के दोशों में कोई नहीं जाना था. उनके निधन से हम बेहद दुखी हैं.

 
 
Don't Miss