GAY SEX : SC में पुनर्विचार याचिकाओं पर सुनवाई

GAY SEX : केंद्र और समर्थक संगठनों की याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट करेगा विचार

शीर्ष अदालत ने पिछले साल 11 दिसंबर को दिल्ली उच्च न्यायालय का 2 जुलाई, 2009 का फैसला निरस्त करते हुए कहा था कि अप्राकृतिक यौन संबंध को अपराध घोषित करने वाली भारतीय दंड संहिता की धारा 377 असंवैधानिक नहीं है.

 
 
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