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- रावण दहन के गवाह बने राष्ट्रपति, पीएम, सोनिया

रावण, मेघनाद और कुंभकरण के विशाल पुतलों के आतिशबाजी तथा पटाखों की गूंज के साथ धू-धू कर जलने के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक पर्व दशहरा देश भर में मनाया गया. सूर्यास्त होने पर पुतलों के जलने पर भीड़ में खुशी की लहर दौड़ गई. देश के विभिन्न हिस्सों में इस त्योहार को शांतिपूर्वक संपन्न करने के लिए पुलिस कड़ी निगरानी रख रही थी. दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय मंत्री हषर्वर्धन उन गणमान्य लोगों में शामिल थे जिन्होंने सुभाष मैदान में बुराई के पुतले को धुएं में तब्दील होते देखा. लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. उन्होंने अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा, ‘‘यह हमें मुश्किलों का सामना करने के लिए प्रेरित करता है..आइए विकास के लिए एक साथ काम करें.’’