‘जलपुरुष' राजेंद्र को स्टॉकहोम वाटर प्राइज

PICS : ‘जलपुरुष

पानी की कमी से जूझ रहे राजस्थान में जल संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय काम किया है. ‘स्टॉकहोम वॉटर प्राक्ष’ समिति के निर्णायकों का कहना है कि सिंह की जल-संचय पद्धति से बाढ़ और मिट्टी के अपरदन का खतरा कम हुआ है जिससे वन्य जीवन को भी लाभ पहुंचा है. उनके तौर-तरीके आसान और सस्ते हैं और उन्हें भारत के अलावा दुनिया के दूसरे देशों में भी अपनाया जा रहा है. पेशे से आयुर्वेद के चिकित्सक सिंह ने बारिश के पानी को धरती के भीतर पहुंचाने की प्राचीन भारतीय पद्धति को ही आधुनिक तरीके से अपनाया है. इसमें छोटे-छोटे पोखरों का निर्माण किया जाता है जो बारिश के पानी से लबालब भर जाते हैं और फिर इस पानी को धरती धीरे-धीरे सोख लेती है। उन्होंने राजस्थान में 1980 के दशक में पानी को लेकर काम करना शुरु किया था.

 
 
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