तसलीमा की ‘लज्जा’ के 20 साल

PICS: तसलीमा की ‘लज्जा’ के 20 साल पूरे, नये सिरे से अनुवाद

लज्जा के 1993 में प्रकाशित होने के एक वर्ष बाद तसलीमा को बांग्लादेश छोड़ देना पड़ा था क्योंकि उन्हें उनके कथित गैर इस्लामी विचारों के कारण कट्टरपंथी संगठनों की ओर से जान से मारने की धमकी दी गई थी.

 
 
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