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- ...और नाच उठे किन्नर
किन्नरों को तीसरे लिंग के रूप में मान्यता दिये जाने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से हालांकि किन्नरों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने का रास्ता तो खुला है लेकिन आम किन्नरों का मानना है कि कानूनी और अदालत के संरक्षण से ज्यादा जरूरी उनके लिए समाज का संरक्षण है.
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