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- ...जब समाधि लेने लगीं त्रिकाल भवंता
परी अखाड़ा एक महिला अखाड़ा है जिसे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मान्यता नहीं दी है. इसी कारण सरकार ने भी अखाड़े के रूप में उन्हें आर्थिक एवं व्यावहारिक सहयोग प्रदान नहीं किया गया. वहीं परी अखाड़ा प्रमुख त्रिकाल भवंता पेशवाई और शाही स्नान की अनुमति नहीं मिलने के कारण नाराज चल रही थी. इसके अलावा उनके कैम्प में भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है जिसको लेकर वे पिछले 10 दिनों से आमरण अनशन कर रही हैं.
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