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- ये है मोदी का धर्मपुत्र
जीत की मां के मुताबिक जब वह 10 साल का था तब 1998 में अपने भाई दशरथ के साथ रोजगार की तलाश में दिल्ली चला गया. कुछ दिन बाद जीत रोजगार के सिलसिले में राजस्थान चला गया. जीत लौटना चाहता था लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था. जीत गोरखपुर की ट्रेन में बैठने की बजाय गलती से अहमदाबाद जाने वाली ट्रेन में बैठ गया. जब जीत अहमदाबाद उतरा तो वह घबराया हुआ था. तब एक महिला ने जीत को देखा और उसे मोदी के पास ले गई.
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