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- जानें, चक्रवातों के नामकरण की दिलचस्प कहानी
भीषण चक्रवातीय तूफान ‘वरदा’ का नाम पाकिस्तान ने दिया है. ‘वरदा’ का अर्थ है ‘लाल गुलाब’ और आज (सोमवार) इसके तमिलनाडु पहुंचने की संभावना है. चक्रवातों के नामकरण का कहानी बड़ी ही दिलचस्प है. इस पहल की शुरुआत अटलांटिक क्षेत्र में 1953 में एक संधि के माध्यम से हुई थी. हिन्द महासागर क्षेत्र के आठ देशों ने भारत की पहल पर 2004 से चक्रवातीय तूफान का नाम देने की व्यवस्था शुरू की. हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नाम इसके सदस्य देश- भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, थाईलैंड, म्यांमार, मालदीव अैर ओमान करते हैं. इसके तहत सदस्य देशों की ओर से पहले से सुझाये गए नामों में से इन नामों का चयन किया जाता है. कैटरीना, लीसा, लैरी, हिकाका, बुलबुल, फालीन, हुदहुद, जैसे चक्रवात की भयावहता के बीच इनके अनोखे नाम हमेशा से ही लोगों के बीच उत्सुकता का विषय रहे हैं.