- पहला पन्ना
- राष्ट्रीय
- कुतुबमीनार से भी ऊंचे जैतखाम का लोकार्पण
महान समाज सुधारक और छत्तीसगढ़ में सतनाम पंथ के प्रवर्तक संत गुरू बाबा घासीदास की जयंती के अवसर पर उनकी जन्म स्थली और तपोभूमि गिरौदपुरी में कुतुबमीनार से भी लगभग पांच मीटर ऊंचे जैतखाम का मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने लोकार्पण किया. प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग द्वारा करीब 77 मीटर ऊंचे इस जैतखाम का निर्माण लगभग 56 करोड़ 92 लाख रूपए की लागत से करवाया गया है. इस अवसर पर जैतखाम में सतनामी समाज की परम्परा के अनुरूप पालो (श्वेत ध्वज) चढ़ाने की रस्म पूरी की गई. सत्य, अहिंसा और शांति का प्रतीक श्वेत ध्वजारोहण समारोह जगत गुरू गद्दीनसीन विजय कुमार गुरू सहित समाज के गुरूओं और राजमहंतों की उपस्थिति में विधि विधान से सम्पन्न किया गया. मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने सबसे पहले गिरौदपुरी धाम में गुरू बाबा घासीदास के पवित्र और ऐतिहासिक मंदिर में पूजा-अर्चना कर उनसे छत्तीसगढ़ की जनता की तरक्की और खुशहाली के लिए आशीर्वाद मांगा. उन्होंने इस अवसर पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाबा घासीदास जी का जैतखाम और श्वेत ध्वज सत्य, अहिंसा, सद्भावना, शांति और विकास का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि बाबा घासीदास ने पूरी दुनिया को ‘मनखे-मनखे एक हैं’ अर्थात् सभी मनुष्य एक हैं, सबका खून लाल है, कहकर सम्पूर्ण मानव समाज को एकता और भाईचारे का संदेश दिया. उनका संदेश सभी लोगों के लिए आज भी प्रासंगिक और प्रेरणादायक है.