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- जाने कब अपने घर लौट पाएंगे हम
शरणार्थी शिविर में रहने वालों ने दो लोगों को पशुओं को चारा देने का काम सौंप रखा है. वे हर सुबह जान जोखिम में डाल कर यहां आते हैं. लाल के साथी ग्रामीण कुलबीर सिंह (54) ने बताया कि लोग शांति चाहते हैं ताकि वे अपने घरों को लौट सकें. सिंह ने बताया, ‘‘कौन एक ऐसे घर से दूर रहना चाहता है जिसे उसने कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया है. यह हमारा दुर्भाग्य है कि जब कभी भी दो देशों के बीच तनाव होता है हमें सब कुछ त्यागना पड़ता है और हमें अपना घर छोड़ना पड़ता है.’’
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