हमेशा Sex घूमता था दिमाग में!

PICS: बुढ़ापे में भी कामुकता हावी थी, रोज शराब पीकर मस्त रहते थे खुशवंत सिंह!

खुशवंत ने वीकली का सर्कुलेशन 60,000 से बढाकर चार लाख तक पहुंचा दिया. आलोचक भी मानते हैं कि उनमें वह सब करने की हिम्मत थी, जिनके बारे में बाकी संपादक सपने में भी नहीं सोच सकते थे. उन्होंने खुल कर लिखा. वह खुद को धार्मिक नहीं, सांस्कृतिक सिख कहते हैं.

 
 
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