‘मातानुवन’ है ‘पर्यावरण’ बचाने का महाअभियान

PICS: ‘मातानुवन’ है पर्यावरण संरक्षण का महाअभियान

इस पर समाज के जिम्मेदार लोगों ने जहां जंगल समाप्त हो गए थे वहां नये ‘मातानुवन’ खड़े करने यानी बड़ी संख्या में नए पेड़ लगाने की मुहिम शुरू की. साथ ही गांव के पुराने मातानुवन यानी जंगलों को संरक्षित करना शुरू किया. इसके परिणाम बेहद उत्साहित करने वाले हैं. पर्यावरण संरक्षण से जुड़े राजाराम कटारा कहते हैं कि उनकी जानकारी में करीब 110 गांवों में नये जंगल खड़े किये गए और उसे मातानुवन का नाम दिया गया है. इसके लिए बाकायदा गांव के लोगों ने अपनी जमीन और श्रम का योगदान दिया है. औसतन झाबुआ जिले के हर गांव में ‘मातानुवन’ है लेकिन जिन गांवों में यह जंगल कमजोर हो गये हैं उन्हें आदिवासी तेजी से विकसित करने में जुटे हुए हैं.

 
 
Don't Miss