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- सदन तो छूटा ही नेतागिरी भी गई...

ऊपरी अदालत से अगर उन्हें राहत नहीं मिली, तो वे सवा दस साल तक कोई चुनाव नहीं लड़ पायेंगे. कमोबेश यही स्थिति जगदीश शर्मा के साथ भी है. रांची की सीबीआई की विशेष अदालत ने लालू प्रसाद को पांच साल कैद की सजा सुनायी है. जन प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 के आलोक में सजा खत्म होने के छह साल तक वे कोई भी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे. लालू प्रसाद इस मामले में पहले टुकड़े-टुकड़े में करीब नौ महीने जेल की सजा काट चुके हैं.
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